बुधवार, 18 मार्च 2009

बेहद क्रूर और बेरहम है यह हवा और चिलचिलाता आसमान
पर
सब कुछ निगलना चाहती हताशा के बावजूद
हम मुरझाएंगे नहीं जमे रह्कर इसी कृतघ्न समय में
अपने लिए बचा ही लेंगे विचार का
एक मौलिक छोटा सा सुकून भरा कोना !

1 टिप्पणी:

  1. ★∵☆.◢★∵☆.◢◣   ◢◣
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       ◥■永遠 快樂■◤
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